जीवन साथी हो ऐसा,
जीवन भर मुझको प्यार करे।
समझो मेरे अहसासों को,
एक दोस्त जैसा व्यवहार करे।
जो सुख भी बांटे, दुःख भी,
और बांटे कुछ ज़िम्मेदारी भी।
मैं कुछ भी न चाहू,
चाहू तो थोड़ी वफादारी भी।।
जिसके कंधे पे सर रख,
मन हल्का मैं कर पाऊ।
उसकी आँखों में देख कर,
मैं थोड़ा और निखर जाऊ।।
मुझसे ही राते रोशन हो.
मुझसे ही सुबह सुहानी हो।
आंख दुखे गर मेरी तो,
उसके पलको पर पानी हो।।
कुछ बात करे खुब प्यार करे,
मै खास रहूंँ वो आम रहे।
मै इठलाऊ बन कर राधा
वो मेरा घनश्याम.रहे।
हर पल वो रहे मुझमे खोया
मुझमे ही उसे संसार दिखे।
उसकी आंखो.मे मै जब देखू,
मेरा चेहरा हर बार दिखे।
वचन निभा कर सातो वो,
हर्षित मेरा तन मन कर दे।
बरसाये अमृत प्रेम सदा,
पुलकित ये जीवन कर दे।।
रश्मि(रेनू)